31
बांदा में सावन के पहले सोमवार पर मंदिरों में उमड़ी भक्तों की भीड़: सुरक्षा व्यवस्था में चाक-चौबंद
बांदा:
श्रावण मास में मंदिरों और शिवालयों में श्रद्धालुओं की बड़ी भीड़ यह दर्शाती है कि यह समय भक्तों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण और पवित्र होता है। सावन का पहला सोमवार विशेष रूप से शिवभक्तों के लिए एक महत्वपूर्ण दिन होता है, जब वे अपने पापों से मुक्ति और भगवान शिव की कृपा प्राप्त करने के लिए रुद्राभिषेक जैसे विशेष धार्मिक अनुष्ठान करते हैं।इस अवसर पर, भक्तों की लंबी कतारें मंदिरों में देखी जा रही हैं, जो इस बात का संकेत है कि धार्मिक आस्था और भक्ति के लिए लोगों में गहरी श्रद्धा है। दूर-दराज के क्षेत्रों से भी लोग यहां पूजा अर्चना के लिए पहुंचते हैं, जो यह दर्शाता है कि कैसे लोग अपनी आस्थाओं को प्रकट करने के लिए लंबी यात्रा करने को तैयार रहते हैं।
महत्वपूर्ण बिंदु:
श्रावण मास की भीड़:
- मंदिरों में भीड़: सावन के महीने में मंदिरों और शिवालयों में श्रद्धालुओं की लंबी कतारें लग रही हैं, जो इस धार्मिक महीने के महत्व को दर्शाती हैं।
रुद्राभिषेक का आयोजन:
- पहला सोमवार: श्रावण मास के पहले सोमवार को विशेष रूप से रुद्राभिषेक की पूजा की जा रही है, जिसमें बड़ी संख्या में भक्त शामिल हो रहे हैं।
सुरक्षा व्यवस्था:
- पुलिस की तैनाती: मंदिरों में सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए पुलिस जवान मुस्तैद हैं, ताकि भक्तों की भीड़ को नियंत्रित किया जा सके और कोई भी अप्रिय घटना न हो।
प्रमुख अधिकारियों की उपस्थिति:
- सीओ की उपस्थिति: बबेरू सीओ राजवीर सिंह अपनी धर्मपत्नी के साथ मंदिर पहुंचकर रुद्राभिषेक किया, जो इस धार्मिक अवसर की महत्ता को और बढ़ाता है।