नंदलालभाई छग की मृत्यु के बाद बेटियों ने किया दाह-संस्कार, सांस्कृतिक परंपराओं की मिसाल
डोलासा:
कोडिनार तालुका के डोलासा गांव में लोहाना व्यापारी नंदलाल रणछोड़दास छग (उम्र 68 वर्ष) का छोटी बीमारी के बाद निधन हो गया। उनकी मृत्यु के बाद, उनके परिवार की बेटियों — आरतीबेन, कोमलबेन और विरलबेन ने अपने पिता की अंतिम यात्रा की जिम्मेदारी उठाई और सामाजिक कर्तव्य का निर्वहन करते हुए दाह-संस्कार किया।नंदलालभाई छग के निधन के बाद, उनकी बेटियों ने परिवार और समुदाय की परंपराओं का पालन करते हुए उनके शव को श्मशान घाट तक पहुंचाया और वहां विधिपूर्वक अंतिम संस्कार किया। इस प्रक्रिया में उन्होंने न केवल अपने पिता के प्रति सम्मान प्रकट किया, बल्कि सामाजिक और सांस्कृतिक जिम्मेदारियों का भी पालन किया।
महत्वपूर्ण बिंदु:
परिवार की जिम्मेदारी: नंदलालभाई छग की बेटियों ने उनके अंतिम संस्कार की जिम्मेदारी निभाकर पारिवारिक और सामाजिक कर्तव्यों का पालन किया।
सांस्कृतिक परंपराएं: बेटियों द्वारा दाह-संस्कार करने की प्रक्रिया ने सांस्कृतिक परंपराओं और सामाजिक कर्तव्यों के महत्व को दर्शाया।
समाजिक सम्मान: इस घटना ने परिवार और समाज में वृद्धों के प्रति सम्मान और जिम्मेदारी की भावना को प्रदर्शित किया।
परंपराओं की मिसाल: इस प्रकार की घटनाएं पारंपरिक परिवारिक मूल्यों और सांस्कृतिक परंपराओं की अनुगामी होती हैं, जो सामाजिक जीवन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं।