घरेलू कार्य से मना करने पर अपशब्द और जातिसूचक शब्दों का इस्तेमाल, जिला कोषागार में विवाद
बांदा:
5 जून 2024: जिला कोषागार के एक चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी ने उप ट्रेजरी ऑफिसर पर गंभीर आरोप लगाए हैं। कर्मचारी का कहना है कि उसने घरेलू कार्य करने से मना किया तो उसे अपशब्दों का सामना करना पड़ा और जातिसूचक शब्दों से अपमानित किया गया।पीड़ित कर्मचारी का कहना है कि उप ट्रेजरी ऑफिसर उस पर अपनी मां की सेवा करने का दबाव बना रहे थे। मना करने पर उसे बेज्जत किया गया। उप ट्रेजरी ऑफिसर ने अपने ऑफिस का पानी न छूने और अंदर आने पर जूते बाहर उतारने का आदेश भी दिया। लगातार प्रताड़ना से तंग आकर कर्मचारी ने मुख्यमंत्री समेत सभी आला अधिकारियों को शिकायती पत्र रजिस्ट्री से भेजा।मामले के तूल पकड़ने पर चीफ ट्रेजरी ऑफिसर (CTO) ने जिलाधिकारी के माध्यम से मजिस्ट्रेटी जांच की गुजारिश की है। CTO का कहना है कि जांच के बाद जो भी सच्चाई सामने आएगी, उसके आधार पर कार्यवाही की जाएगी।
महत्वपूर्ण बिंदु:
कर्मचारी उत्पीड़न: यह मामला एक चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के शोषण और उत्पीड़न से जुड़ा है, जिसने घरेलू कार्य से मना करने पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
जातिसूचक शब्दों का उपयोग: कर्मचारी का आरोप है कि उसे जातिसूचक शब्दों से अपमानित किया गया, जो समाज में व्याप्त जातिवाद और भेदभाव की एक गंभीर समस्या है।
उच्च अधिकारियों को शिकायत: लगातार प्रताड़ना से तंग आकर कर्मचारी ने मुख्यमंत्री समेत सभी आला अधिकारियों को शिकायती पत्र भेजा, जो प्रशासनिक प्रक्रिया में उसकी उम्मीदों को दर्शाता है।
मजिस्ट्रेटी जांच: चीफ ट्रेजरी ऑफिसर ने जिलाधिकारी के माध्यम से मजिस्ट्रेटी जांच की मांग की है, जो इस मामले की निष्पक्षता और सत्यता की जांच के लिए महत्वपूर्ण कदम है।