जनसभा में मायावती का दावा: बसपा ने पूंजीपतियों से धन नहीं लिया, अकेले लड़ रही है चुनाव
बांदा:
बसपा सुप्रीमो मायावती ने अतर्रा हिंदू इंटर कॉलेज मैदान में जनसभा को संबोधित करते हुए कांग्रेस, भाजपा और अन्य पार्टियों पर तीखा हमला किया। उन्होंने कहा कि बसपा अकेले चुनाव लड़ रही है और टिकट बंटवारे में सभी वर्गों को मौका दिया गया है।
मायावती का यह संबोधन महत्वपूर्ण है क्योंकि उन्होंने कांग्रेस और भाजपा दोनों पर गंभीर आरोप लगाए और अपनी पार्टी की साफ-सुथरी छवि को प्रस्तुत करने का प्रयास किया। उन्होंने जोर देकर कहा कि बसपा ने पूंजीपतियों से कोई धन नहीं लिया है, जिससे उनकी पार्टी की वित्तीय ईमानदारी का दावा मजबूत होता है। साथ ही, ब्राम्हण समाज को विशेष संदेश देकर उन्होंने इस समुदाय का समर्थन पाने की कोशिश की। महंगाई, बेरोजगारी और राशन वितरण जैसे मुद्दों पर भाजपा सरकार की आलोचना कर।
महत्वपूर्ण बिंदु:
स्वतंत्र लड़ाई: मायावती ने जोर देकर कहा कि बसपा किसी अन्य पार्टी के साथ मिलकर नहीं, बल्कि अकेले चुनाव लड़ रही है।
टिकट बंटवारा: उन्होंने कहा कि टिकट बंटवारे में सभी वर्गों को समान रूप से अवसर दिया गया है।
कांग्रेस और भ्रष्टाचार: उन्होंने आरोप लगाया कि आजादी के बाद कांग्रेस सत्ता में रही, लेकिन भ्रष्टाचार और गलत नीतियों के कारण सत्ता से बाहर हुई।
भाजपा पर हमला: मायावती ने कहा कि भाजपा साम्प्रदायिक राजनीति करती है और उनकी कथनी और करनी में अंतर है, इसलिए वे वापस नहीं आएंगे।
चुनाव निष्पक्षता: मायावती ने दावा किया कि अगर चुनाव निष्पक्ष होते हैं, तो बसपा जीत जाएगी।
चंदा विवाद: उन्होंने बताया कि सुप्रीम कोर्ट और मीडिया के अनुसार, बसपा को छोड़कर सभी पार्टियों ने पूंजीपतियों से धन लिया है, जबकि बसपा ने किसी से एक भी रुपया नहीं लिया है।