सूरत में मेट्रो की आड़ में चल रहा था लाखों का वाहन घोटाला
सूरत:
सूरत शहर क्षेत्र में चल रही मेट्रो परियोजना के बहाने एक बड़े घोटाले का खुलासा हुआ है। इस घोटाले में चार पहिया वाहनों की खरीदी से जुड़ी अनियमितताएँ सामने आई हैं, जिसमें करोड़ों रुपये की हेराफेरी की गई है। आरोप है कि मेट्रो परियोजना के नाम पर अनुचित तरीके से वाहनों की खरीद की गई, जिसमें परियोजना के अधिकारियों और वाहन आपूर्तिकर्ताओं के बीच सांठ-गांठ का संदेह है।
इस घोटाले की जाँच के लिए स्थानीय प्रशासन ने एक विशेष जाँच समिति का गठन किया है। जाँच समिति में विभिन्न विभागों के अधिकारी शामिल हैं, जिन्हें इस पूरे मामले की बारीकी से जाँच करने की जिम्मेदारी दी गई है।
यह घोटाला सूरत शहर के लिए बड़ी चिंता का विषय है, क्योंकि यह मेट्रो परियोजना शहर के विकास और आधुनिकीकरण के लिए महत्वपूर्ण है। इस तरह के घोटाले से परियोजना में बड़ी वित्तीय हानि हो सकती है और इसके समयबद्ध पूर्ण होने में विलम्ब हो सकता है।
प्रमुख बिंदु:
- सूरत मेट्रो परियोजना के नाम पर चार पहिया वाहनों की खरीद में घोटाला।
- करोड़ों रुपये की हेराफेरी का संदेह, अधिकारियों और वाहन आपूर्तिकर्ताओं के बीच संभावित सांठ-गांठ।
- जाँच के लिए विशेष समिति का गठन।
- घोटाले का शहर के विकास और आधुनिकीकरण पर प्रभाव।