सांगलिया पीठ के संत महाराज मोहनलाल खत्ती का देवलोक गमन, अंतिम संस्कार में उमड़ा जनसैलाब
ग्राम गुणावंती:
16 जून 2024 को ग्राम गुणावंती निवासी संत महाराज मोहनलाल खत्ती का देवलोक गमन हो गया। उनके देहांत के पश्चात आज उनके खेत में ही उनकी समाधि दी गई। सांगलिया पीठाधीश्वर श्री ओमदास जी महाराज के निर्देश पर सांगलिया पीठ से सुजानगढ़ पीठ के संत स्वामी श्री केशवदास जी महाराज, संत स्वामी मालदास महाराज नागल बाँसड़ा, संत भंवरदास महाराज धनकोली, संत जगदीशदास महाराज मौलासर, संत लक्ष्मण दास महाराज जुसरी और कई अन्य महापुरुषों व संतों ने मन्त्रोचारण से विधि विधान के साथ समाधि दी।समाधि के दौरान सांगलपति महाराज के जयकारों के साथ गाजे बाजे और जुलूस का आयोजन किया गया। इस अवसर पर कई भक्तगण, परिवार के सदस्य, रिश्तेदार और ग्रामवासी उपस्थित थे। प्रमुख उपस्थितियों में प्रभुराम खती, पूर्व पार्षद उगमाराम, पूर्व पार्षद शिवराज सिंह चौहान, दल्लाराम खत्ती, डगलाराम खत्ती, कानाराम, बोदूराम, घीसालाल, पुखराज, किशनलाल, पप्पूराम खती, पनालाल, केशाराम, सुरेशकुमार गांधी, पार्षद मनोजकुमार और अन्य ग्रामवासी शामिल थे।
मुख्य बिंदु:
- देवलोक गमन: संत महाराज मोहनलाल खत्ती का 15-16 जून की रात को देवलोक गमन।
- समाधि: सांगलिया पीठ के विधि विधान के अनुसार समाधि दी गई।
- उपस्थितियाँ: प्रमुख संत और ग्रामवासी समाधि के दौरान उपस्थित रहे।
- सेवा भावना: संत मोहनलाल खत्ती ने अपने जीवन में कई उत्कृष्ट कार्य किए और पर्यावरण प्रेमी रहे।
- सम्मान: सांगलिया पीठ और अन्य संगठनों ने संत मोहनलाल खत्ती को श्रद्धांजलि अर्पित की।